फागुन - एक कविता

फागुन - एक कविता
गयी सरदियाँ आयो फागुन मौसम में गरमाहट दिलवाये।
रजाई जैकेट कम्बल मफलर से फागुन फुरसत दिलवाये।
सर्दी गर्मी मौसम का संगम फगुनाहट की मस्ती छाये।
पतझड़ गया ऋतु रंग बसंती वृक्षों में नवपल्लव छाये।

रचनाकार- राजेश कुमारकानपुर

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